Gigai Mata Chirja Lyrics Gigai Mata Indokha
Gigai Mata New Chirja Lyrics
गीगाई माता की नई चिरजा लिरीक्स
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱🔱
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
चिरजा श्री गीगाई माता की
म्हे तो गुण गीगल का गावा जी !
इन्दोखा मढ़ आकर, फेरी पांच लगावा जी !!
1. मरूधर मांही मन्दिर बणियो, मोटी ह मां धाम !
सिंह चढी की शोभा साची, सरज्यावे सब काम !!
म्हे तो गुण गीगल का ....................!
2. बाछड़िया ने बाघ बणाया, करामात के पाण !
भरतखण्ड में बाता फेली, जद हुई जग जाण !!
म्हे तो गुण गीगल का.............!
3. हिन्दवा सुरज आप हकीकत, सारे देश की शान !
राख्यो धर्म आप रजवट रो, मुगला रो हर मान !!
म्हे तो गुण गीगल का .....................!
4. धजबंध हाथ लगायो धरके, धरती दिनो ध्यान !
पलक झपन्ता पाणी भेज्यो, प्रसिद्ध धाम प्रमाण !!
म्हे तो गुण गीगल का.....................!
5. विशन कहे सुण बीशभुजाळी, नवखण्ड थारो नाम !
करूणा के सागर कहलावो, क्रोड़ो सारो काम !!
म्हे तो गुण गीगल का गावाजी ! इन्दोखा मढ़ आकर फेरी पांच लगावाजी
कवि- विशनसिंह बीठू इन्दोखा
POST By Deepak Charan
Bahot badiya bishan sa
ReplyDelete